इस पोस्ट में हम क्रिप्टोकरंसी को एकदम आसान तरीके से समझेंगे, किसी भी चीज को समझने के लिए मुख्य तो तीन सवाल हम पूछते हैं एक तो यह क्यों है, यह क्या है, और यह काम कैसे करता है
तो पहला सवाल आता है
क्रिप्टो करंसी क्या है
क्रिप्टो करेसी डीसेंट्रलाइज होती है | जैसे- इंटरनेट होता है कोई इसे कंट्रोल नहीं करता आप इस्तेमाल कर सकते हो कोई गवर्नमेंट या कोई कंपनी इसे कंट्रोल नहीं करती यह डिसेंट्रलाइज्ड कहलाता है
डिसेंट्रलाइज्ड का मतलब यह है कि कोई ऐसे कंट्रोल नहीं करता और यह अपने आप चलती है और यह सॉफ्टवेयर पर होती है और यह ओपन सोर्स होता है मतलब इसका सोर्स कोड कोई भी देख सकता था
जैसे मैंने इसको डाउनलोड किया मेरी सिस्टम में यह सॉफ्टवेयर आ गया ऐसे ही सिस्टम बनते गए इस प्रकार से एक पूरा नेटवर्क तैयार हो गया
इस नेटवर्क में माइनिंग सॉफ्टवेयर होते है जो नेटवर्क पर यूज होता है और एक वॉलेट जो यूजर्स यूज़ करते हैं और लोग एक दूसरे को क्रिप्टो भेज सकते है
यह सॉफ्टवेयर का प्रोसेस फिक्स है और यह कोई बदल नहीं सकता कभी भी
क्रिप्टो करेसी क्यों है
इसे समझने के लिए हमें थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा इतिहास में और पैसे का सफर देखना पड़ेगा तो चलिए देखते हैं जैसे कि आपको पता है पहले था बार्टर सिस्टम, जिसमें सामान की लेनदेन होती थी, सामान के बदले सामान एक दूसरे को देते थे
फिर धातु आए, जैसे- सोना चांदी और इत्यादि
फिर आए कोइंस जैसे- सोने और चांदी के सिक्के अलग अलग धातु के सिक्के आने लगे
फिर आई पेपर करेंसी पेपर करेंसी जैसे गोल्ड बॉन्ड्स, नोट
फिर आया प्लास्टिक मनी : प्लास्टिक मनी में था क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और इत्यादि
ओर फिर आई डिजिटल करेंसी जैसे आज की करेंसी है बैंक ट्रांसफर पेटीएम एनईएफटी वगैरा
क्रिप्टोकरंसी ट्रांजक्शन काम कैसे करती है
इसे समझने के लिए थोड़ा आप को थोड़ा बैंकिंग समझना होगा जो आपको पता है मुझे पता है लेकिन देखते हैं यह बैंकिंग कैसे काम करता है
बैंकिंग उदाहरण :
तो समझ लीजिए
राज को पैसे भेजने हैं पूजा को हजार रुपया तो यूजुअली क्या होता है राज के अकाउंट से वो ट्रांसफर करेगा फिर राज के अकाउंट से हजार रुपए डेबिट हो जाएंगे और पूजा के अकाउंट में हजार रुपे क्रेडिट हो जाएंगे
और इसका एक ledger होता है जो होता है बैंकिंग server पर ledger होता है जिसमें जमा और खर्च दोनों लिखा जाता है और यह ledger की कॉपी होती है बैंकिंग server पर तो अभी आपको समझ गया बैंकिंग कैसे काम करता है
क्रिप्टो ट्रांजक्शन उदाहरण :
तो समझ लीजिए
राज क्रिप्टो कॉइन को भेजता है तो वह mining server से होते हुए पूजा के वॉलेट में जाएगा जैसे बैंकिंग में बैंकिंग server से होता है वैसे ही बिटकॉइन में माइनिंग server होते हैं
तो क्या होगा राज के वॉलेट से एक क्रिप्टो कम हो जाएगा पूजा के क्रिप्टो वॉलेट में क्रेडिट हो जाएगा इसका एक लेजर बनता है जैसे बैंकिंग में ledger होता है वैसे ही क्रिप्टो के ledger को Blockchain बोलते हैं औ
और यह मायनिग नेटवर्क पर सेव होता है और हर माइनर के पास इसका एक कॉपी होता है
तो चलिए अब हम समझते हैं कि यह
क्रिप्टोकरंसी कंसेप्ट क्या है
तो क्रिप्टोकरंसी वो डिजिटल करेंसी है जिसमें क्रिप्टोग्राफी का यूज़ होता है सिक्योरिटी के लिए जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलती है
बिटकॉइन सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी थी जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलती थी और बहुत सी करेंसी होती है जो डिसेंट्रलाइज्ड होती है जिसको कोई कंट्रोल नहीं करता और वो ट्रांसपेरेंट होती है
अभी मार्केट में 2000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसीज है
तो यह हमने देखा कि क्रिप्टोकरेंसीज क्या होती है और यह काम कैसे करती है जितना हो सके उतने सिंपल तरीके से आपको बताने का प्रयास मैंने किया है
Aapka bahut dhanyawad crypto currency ko aasan hindi me batane ke liye
जवाब देंहटाएंNow I know about crypto ..
जवाब देंहटाएंThank you.
Thanks for the great content sir, I will also share with my friends.
जवाब देंहटाएंFree Fire Reddem Code
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